राहुल तोन्गारिया कालीवंग सभ्यता | |
३५०० ई. पू. | आहड़ सभ्यता |
१०००-६०० ई. पू. | आर्य सभ्यता |
३०० ई. पू. - ६०० ई. | जनपद युग |
३५० - ६०० ई. | गुप्त वंश का हस्तक्षेप |
६ वी व ७ वी. शताब्दियां | हूणों के आक्रमण, हूणों व गुर्जरों द्वारा राज्यों की स्थापना - हर्षवर्धन का हस्तक्षेप |
७२८ ई. | बाप्पा रावल द्वारा चितौड़ में मेवाड़ राज्य की स्थापना |
९६७ | कछवाहा वंश घोलाराय द्वारा आमेर राज्य की स्थापना |
१०१८ | महमूद गजनवी द्वारा प्रतिहार राज्य पर आक्रमण तथा विजय |
१०३१ | |
१११३ | अजयराज द्वारा अजमेर (अजयमेरु) की स्थापना |
११३७ | कछवाहा वंश के दुलहराय द्वारा ढूँढ़ार राज्य की स्थापना |
११५६ | महारावल जैसलसिंह द्वारा जैसलमेर की स्थापना |
११९१ | मुहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के मध्य तराइन का प्रथम युद्ध - मुहम्मद गोरी की पराजय |
११९२ | मुहम्मद गोरी व पृथ्वीराज चौहान के मध्य तराइन का द्वितीय युद्ध -- पृथ्वीराज की पराजय |
११९५ | मुहम्मद गौरी द्वारा बयाना पर आक्रमण |
१२१३ | मेवाड़ के सिंहासन पर जैत्रसिहं का बैठना |
१२३० | दिलवाड़ में तेजपाल व वस्तुपाल द्वारा नेमिनाथ मंदिर का निर्माण |
१२३४ | रावल जैत्रसिंह द्वारा इल्तुतमिश पर विजय |
१२३७ | रावल जैत्रसिंह द्वारा सुल्तान बलवन पर विजय |
१२४२ | बूँदी राज्य की हाड़ा राज देशराज द्वारा स्थापना |
१२९० | हम्मीर द्वारा जलालुद्दीन का आक्रमण विफल करना |
१३०१ | हम्मीर द्वारा अलाउद्दीन खिलजी के आक्रमण को विफल करना, षड़यन्त्र द्वारा पराजित रणथम्मौर के किले पर ११ जुलाई को तुर्की का आधिकार स्थापित |
१३०२ | रत्नसिंह गुहिलों के सिहासन पर आरुढ़ |
१३०३ | अलाउद्दीन खिलजी द्वारा राणा रत्नसिंह पराजित, पद्मिनी का जौहर, चितौड़ पर खिलजी का अधिकार, चितौड़ का नाम बदलकर खिज्राबाद |
१३०८ | कान्हडदेव चौहान खिलजी से पराजित, जालौर का खिलजी पर अधिकार |
१३२६ | राणा हमीर द्वारा चितौड़ पर पुन: अधिकार |
१४३३ | कुम्भा मेवाड़ के सिंहासन पर आरुढ़ |
१४४० | महाराणा कुम्भा द्वारा चितौड़ में विजय स्तम्भ का निर्माण |
१४५६ | महाराणा कुम्मा द्वारा मालवा के शासन महमूद खिलजी को परास्त करना, कुम्भा का शम्स खाँ को हराकर नागौर पर कब्जा |
१४५७ | गुजरात व मालवा का मेवाड़ के विरुद्ध संयुक्त अभियान करना |
१४५९ | राव जोधा द्वारा जोधपुर की स्थापना |
१४६५ | राव बीका द्वारा बीकानेर राज्य की स्थापना |
१४८८ | बीकानेर नगर का निर्माण पूर्ण |
१५०९ | राणा संग्रामसिंह मेवाड़ के शासक बने |
१५१८ | महाराणा जगमल सिंह द्वारा बाँसवाड़ राज्य की स्थापना |
१५२७ | राणा संग्राम सिंह का बयाना पर अधिकार तथा बाबर के हाथों पराजय |
१५२८ | राणा सांगा का निधन |
१५३२ | राजा मालदेव द्वारा अपने पिता राव गंगा की हत्या पर मारवाड़ की सत्ता पर कब्जा |
१५३८ | मालदेव का सिवाना व जालौर पर अधिपत्य |
१५४१ | राजा मालदेव द्वारा हुमायू को निमंत्रण देना |
१५४२ | राजा मालदेव का बीकानेर नरेश जैत्रसिंह को परास्त करना, जैत्रसिंह की मृत्यु, हुमायूँ का मारवाड़ सीमा मे प्रवेश |
१५४४ | राजा मालदेव व शेरशह के मध्य जैतारण (सामेल) का युद्ध, मालदेव की पराजय |
१५४७ | भारमल आमेर का शासक बना |
१५५९ | राजा उदयसिंह द्वारा उदयपुर नगर की स्थापना |
१५६२ | राजा मालदेव का निधन, मालदेव का तृतीय पुत्र राव चन्द्रसेन मारवाड़ के सिंहासन पर आरुढ |
१५६२ | आमेर के राजा भारमल ने अपनी पुत्री का विवाह सांभर से सम्पन्न कराया |
१५६४ | राव चन्द्रसेन की पराजय, जोधपुर मुगलों के अधीन |
१५६९ | रणथम्भौर नरेश सुर्जन हाडा की राजा मानसिंह से सन्धि, हाड़ पराजित |
१५७२ | राणा उदयसिंह की मृत्यु, महाराणा प्रताप का राज्याभिषेक |
१५७२ | अकबर द्वारा रामसिंह को जोधपुर का शासक नियुक्त |
१५७३ | राजा मानसिंह की महाराणा प्रताप से मुलाकात |
१५७४ | बीकानेर नरेश कल्याणमल का निधन, रायसिंह का सिंहासनरुढ़ होना। |
१५७६ | हल्दीघाटी का युद्ध, महाराणा प्रताप की सेना मुगल सेना से पराजित |
१५७८ | मुगल सेना द्वारा कुम्भलगढ़ पर अधिकार, प्रताप का छप्पन की पहाड़ियों में प्रवेश। चावड़ को राजधानी बनाना |
१५८० | अकबर के दरबार के नवरत्नों में एक अब्दुल रहीम खानखाना को अकबर द्वारा राजस्थान का सूबेदार नियुक्त करना। |
१५८९ | आमेर के राजा भारमल की मृत्यु, मानसिंह को सिंहासन मिला |
१५९६ | राजा किशन सिंह द्वारा किशनगढ़ (अजमेर) की नीवं |
१५९७ | महाराणा प्रताप की चांवड में मृत्यु |
१६०५ | सम्राट अकबर ने राजा मानसिंह को ७००० मनसव प्रदान किये। |
१६१४ | राजा मानसिंह की दक्षिण भारत में मृत्यु |
१६१५ | राणा अमरसिंह द्वारा मुगलों से सन्धि |
१६२१ | राजा मिर्जा जयसिंह आमेर का शासक नियुक्त |
१६२५ | माधोसिंह द्वारा कोटा राज्य की स्थापना |
१६६० | राजा राजसिंह द्वारा राजसमन्द का निर्माण प्रारम्भ |
१६६७ | जयसिंह की दक्षिण भारत में मृत्यु |
१६९१ | राजा राजसिंह द्वारा नाथद्वारा मंदिर का निर्माण |
१७२७ | सवाई जयसिंह द्वारा जयपुर नगर का स्थापना |
१७३३ | जयपुर नरेश सवाई जयसिंह का मराठों से पराजित होना |
१७७१ | कछवाहा वंश के राव प्रतापसिंह ने अलवा राज्य की नींव डाली |
१८१८ | झाला वंशजों द्वारा झालावाड़ राज्य की स्थापना |
१८१८ | मेवाड़ के राजपूतों द्वारा ईस्ट इंडिया कम्पनी से संधि |
१८३८ | माधव सिंह द्वारा झालावाड़ की स्थापना |
१८५७ | २८ मई को नसीरा बाद में सैनिक विद्रोह |
१८८७ | राजकीय महाविद्यालय, अजमेर के छात्रों द्वारा कांग्रेस कमिटी का गठन |
१९०३ | लार्ड कर्जन ने एडवर्ड - सप्तम के राज्यारोहण समारोह में उदयपुर के महाराणा फतेहसिंह को आमंत्रण और महाराणा द्वारा दिल्ली प्रस्थान |
१९१८ | बिजोलिया किसान आन्दोलन |
१९२२ | भील आन्दोलन प्रारम्भ |
१९३८ | मेवाड़, अलवर, भरतपुर, प्रजामंडल गठित, सुभाषचन्द्र बोस की जोधपुर यात्रा |
१९४५ | ३१ दिसम्बर को अखिल भारतीय देशी राज्य लोक परिषद के अन्तर्गत राजपूताना प्रान्तीय सभा का गठन |
१९४७ | २७ जून को रियासती विभाग की स्थापना |
१९४७ | शाहपुरा में गोकुल लाल असावा के नेतृत्व में लोकप्रिय सरकार बनी जो १९४८ में संयुक्त राजस्थान संघ में विलीन हो गई। |
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