Monday 13 February 2012

राजस्थानी भाषा का प्राचीन एवं मध्यकालीन गद्य व पद्य साहित्य

राजस्थानी भाषा का प्राचीन एवं मध्यकालीन गद्य व पद्य साहित्य
चंदबरदाई
पृथ्वीराज रासो
बीठलदास
रूकमणी हरण
राठौड़ पृथ्वीराज
बेलीकिसनरूकमणी
माधेदास चारण
राम रासो
चारण शिवदास
अचलदास खींची री वचनिका
सूर्यमल्ल मिश्रण
वंशभास्कर
करणीदास
सूरज प्रकाश
केशवदास
विवेक बार निसानी
बांकीदास
बांकीदास ग्रंथावली
सिढ़यच दयालदास
राठौड़ों री ख्यात
ब्रजसेन सूरि
भरतेश्वर बाहुबली रास
हरिभद्र सूरि
धूर्ताख्यान
उद्ययोतन सूरि
कुवलय माला
सिद्धर्षि
उपमिति भव प्रपंचा
धनपाल
सच्चरियह महावीर उत्साह
बुद्धिसागर सूरि
पंचग्रंथी व्याकरण
जयानक
पृथ्वीराज विजय
पद्मनाभ
कान्हड़दे प्रबंध
वीठू सूज नागरजोत
राव जैतसी रो चंद
माधोदास चारण
रामरासे
किसनो
महादेव पारवती री वेली
साइंया झूला
नागदमण
सागरदान
रतनजस प्रकाश
गोपीनाथ
ग्रंथराज
जोगीदास
वरसलपुरगढ़ विजय
हेम कवि
गुणभाषा
केशवदास
गुण रूपक
कवि वीरभाण
राज रूपक
दलपति विजय
खुमान रासो
नरपति नाल्ह
बिसलदेव रासो
मुहता नैणसी री ख्यात
नैणसी
मेरुतंग
प्रबंध चिंतामणी
मण्डन
राज वल्लभ
महाराणा कुंभा
एकलिंग महातम्य
महाराणा कुंभा
संगीतराज
महाराणा कुंभा
संगीत मीमांसा
महाराणा कुंभा
सूढ प्रबंध
महाराणा कुंभा
रसिकप्रिया (गीत गोविंद पर टीका)
महाराणा कुंभा
संगीत रत्नाकर
जीवाधर
अमरसार
रणछोड़ भट्ट
अमरकाव्य वंशावली
सदाशिव
राजरत्नाकर
सदाशिव
राजविनोद
चंद्रशेखर
सुर्जनचरित्र
नयनचंद्र सूरि
हम्मीर महाकाव्य
जयसोम
कर्मचंद वंशोत्कीर्तनककाव्यम्
राजशेखर
प्रबंधकोश
जगजीवन
अजितोदय
हरिभद्र सूरि
समराइच्चकहा
हरिसेन
वृहतकथा कोश
श्रीधर
पाश्र्वनाथ चरित्र
पद्मनाभ
हम्मीरायण

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